नशे की लत्त न केवल नशा करने वाले व्यक्ति, किन्तु उसके परिवार अवं दोस्त जनों को भी काफी परेशान करती है| इस लत्त से निजात पाने के बहुत से तरीके है, जो किसी भी नशा करने वाले व्यक्ति को लाभ कर सकतें है| उमंग नशा मुक्ति केंद्र इंदौर एक ऐसा संस्थान है जहाँ आप अपने किसी प्रिय को भर्ती कर, उनकी मंगल कामना की उम्मीद कर सकतें है| तो आइये, विस्तार में जानते है की हमारे नशा मुक्ति केंद्र में आपको क्या लाभ मिल सकतें हैं|
उमंग नशा मुक्ति केंद्र इंदौर एक काफी अनुभवी केंद्र है, जो मध्य प्रदेश में काफी समय से कारीगर है| हमारे केंद्र में आपको कुछ ऐसी सुविधाएँ अवं चिकित्सन प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है जो काफी समय से नशा छुड़ाने में कारीगर है|
आइयें नजर डालते है उन सभी लत्तो अवं उनसे निजात पाने की क्रियाओं पर:
केंद्र में भर्ती मरीजों में शराब पीने वाले व्यक्तिओं की संख्या सबसे ज्यादा है| शराब की लत्त से छुटकारा पाना अति आवश्कयक है क्योकि, जब इंसान नशे में धुत्त अपने घर आता है तब अक्सर घर में लड़ाई का माहौल होता है| मनुष्य को उस वक़्त ज्ञात नहीं होता है की वह क्या कर रहा है, ऐसे में हाथापाई हो जाना काफी लाजिमी हो जाता है| इस लत्त से छुटकारा, न ही सिर्फ मनुष्य को एक सबल रूप देता है कित्नु उसको एक अच्छा मनुष्य बनने में मदत करता है|
ड्रग्स एक ऐसी लत्त है जिसका सेवन देश-प्रदेश की सरकारों ने भी वर्जित किया है| ऐसा कहा जाता है की ड्रग्स को बनाने में जिन तत्वों का प्रयोग किया जाता है वह सभी हमारे दिमाग पर कुछ ऐसा असर करते है जो हमारे सोचने-समझने की क्षमता को खत्म कर देता है| जहाँ शराब की लत्त हमारे गुर्दे अवं फेफ़डों को नुकसान पहुचातें है, वही ड्रग्स हमारी दिमाग की नसों को नष्ट करके, सब कुछ बिगाड़ देते है| ऐसे में सिर्फ दवाइयों से इंसान का इलाज थोड़ा मुश्किल होता है इसलिए उसको मनोचिकित्सक अवं मनोवैज्ञानिक की सहायता की जरूरत होती है| हमारे केंद्र में यह चिकित्सन भी उपलब्ध है|
इन दोनों ही नशों से छुटकारा पाने हेतु आपको, उमंग नशा मुक्ति सेन्टर इंदौर में ऐसे बहुत से चिकित्सन मिलेंगे जो की किसी भी नशे के मुरीद को मानसिक अवं शारीरिक, दोनों प्रकार से सहायता करेंगे| हमने उन चिकित्सन तरीकों का उल्लेख, नीचे किया है:
योग एक ऐसी क्रिया है जिसमें मनुष्य, शारीरिक अवं मानसिक सबलता पा सकता है| योग करने से पीड़ित अपनी उन सभी नसों का प्रयोग करता है जो की शराब अवं ड्रग्स के सेवन से जाम हो चुकी होती है| जैसे की हम सभी जानतें है की किसी भी प्रकार के नशें के नियमित सेवन हमें उसका आदि बना देता है साथ ही मनुष्य के शरीर को काफी बेकार भी कर देता है| इन सभी शारीरिक कष्टों को योग के माध्यम से दूर किया जा सकता है| इसके अलावा, मैडिटेशन अर्थात ध्यान से हमारे मन में सबलता आती है अवं वह शांत रहकर चीजों को समझने का प्रयत्न करता है|
जैसा की हम सभी भली-भाती जानतें है की लम्बे समय से नशा करने से, किसी भी व्यक्ति की मानसिक स्तिथि किसी आम आदमी जैसी नहीं होती है| इसके अलावा, कई बार नशे की ओर जाने का मकसद भी कोई ऐसी स्तिथि होती है जिससे उसको मानसिक चोट पहुंची हो| ऐसे में एक मनोचिकित्सक, उस व्यक्ति को जान-समझकर, उसकी मदत करता है| इसमें मनुष्य के नशे की ओर बढ़ते कदम की जानकारी मौजूद होती है, जिससे जूझने के लिए मनोचिकित्सक कुछ ऐसी तकनीकों अवं योजनाओं का सहारा लेता है जिससे उस व्यक्ति के मन का वह डर बाहर निकले, और वह उसका सामना करने के लिए समझदारी का प्रयोग करें न की नशे का|
मनोचिकित्सन से मिलती हुई यह क्रिया अपने आप में काफी एहम है| ऐसा इसलिए क्योकि जहाँ मनोचिकित्सन में मनुष्य के उस नशा करने की वजह को समझकर, उसका डर निकाला जाता है, वही काउंसलिंग द्वारा पीड़ित को परामर्श दिया जाता है ताकि भविष्य में ऐसी किसी स्तिथि से झूझने के लिए उसको नशें का सहारा न लेना पड़े| काउंसलिंग बहुत से प्रकार से की जाती है जैसे- इंडिविजुअल काउंसलिंग, मेराइटल काउंसलिंग, ग्रुप काउंसलिंग, इत्यादि|
यह सभी तरकीबें अवं इनके अलावा और बह बहुत सी ऐसी क्रियाएं, उमंग नशा मुक्ति सेन्टर इंदौर में आपको मिल जाती है| हमारे केंद्र को चुनकर आप अपने प्रियजन का भविष्य अच्छा बना सकतें है| तो अभी हमें संपर्क करें और विस्तार में हमारी सुवधाओं की जानकारी लें|
यहां काउंसलिंग, डिटॉक्सिफिकेशन, ग्रुप थेरेपी, व्यावसायिक ट्रेनिंग, और पोस्ट-रिहैब प्रोग्राम जैसी सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
इलाज की अवधि व्यक्ति की स्थिति और लत के प्रकार पर निर्भर करती है, जो आमतौर पर 30 दिन से 6 महीने तक हो सकती है।
हाँ, डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया यहां अनुभवी डॉक्टरों की देखरेख में की जाती है।
यहाँ शराब, तंबाकू, ड्रग्स, और अन्य प्रकार के नशों का इलाज किया जाता है।
भर्ती के लिए व्यक्ति या उनके परिवार को केंद्र से संपर्क कर प्रारंभिक परामर्श लेना होता है। इसके बाद मेडिकल और साइकोलॉजिकल जांच के आधार पर भर्ती प्रक्रिया शुरू होती है।
खर्च नशे की तीव्रता, इलाज की अवधि और सेवाओं के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
हाँ, कुछ नशा मुक्ति केंद्र महिलाओं के लिए अलग से सेवाएँ प्रदान करते हैं।
हाँ, सभी जानकारी और परामर्श को गोपनीय रखा जाता है।
जी हाँ, परिवार को भी इलाज प्रक्रिया का हिस्सा बनाया जाता है ताकि वे रोगी को सही सपोर्ट दे सकें।
यहां आमतौर पर 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का इलाज किया जाता है।
हाँ, मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए योग, संगीत, कला, और खेल-कूद जैसी गतिविधियाँ कराई जाती हैं।
यहां का स्टाफ अनुभवी डॉक्टर, काउंसलर, और प्रशिक्षित नर्सों से सुसज्जित होता है।
इलाज के बाद भी रिलैप्स की संभावना होती है, लेकिन पोस्ट-रिहैब प्रोग्राम इसे रोकने में मदद करता है।
हाँ, कई केंद्र ऑनलाइन काउंसलिंग सेवाएँ भी प्रदान करते हैं।
जी हाँ, यहां मरीजों की सुरक्षा और गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जाता है।
मरीज से मिलने की अनुमति इलाज की प्रक्रिया और केंद्र की नीति पर निर्भर करती है।
यहां व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर बनाया जाता है, जिससे वे समाज में अपनी नई पहचान बना सकते हैं।
केंद्र का संपर्क नंबर, ईमेल, और वेबसाइट के माध्यम से आसानी से संपर्क किया जा सकता है।
इंदौर में नशा मुक्ति केंद्र अपने विशेषज्ञ स्टाफ, प्रभावी इलाज, और गहन देखभाल के लिए जाना जाता है।